कानपुर देहात। कोरोना संकट पर नन्हे मुन्ने बच्चे अपनी गुल्लक से अपनो की सहायता के लिए दौड़ पड़े । ऐसे कई अन्तर्मन को छू जाने वाले उदाहरण हम सबकी नजरों के सामने तैर चुके हैं।आज ऐसे ही एक उदाहरण देखने को मिला जहाँ अपनी चित्रकला के लिए खरीद कर रखे गए रंगों से रिषी चन्द्रा और पीयूष चन्द्रा अपनी समाज सेविका अन्तर्राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्लेयर माया कोरी के साथ कोरोना संकट पर अपनी अन्तर्मन की आवाज पर कोरोना आपदा पर सरकारी हेल्पलाइन नम्बर 1070 दीवारों पर पेण्टिंग करती नजर आईं। इस समाज सेवी परिवार के प्रयास को देखकर राहगीर और पड़ोसी सराहना करते नजर आए। बच्चे भारत के भावी भविष्य और हमारे देश की प्राचीनतम विश्व बन्धुत्व की संस्कृति को बल देने वाले होते हैं उनका यह कार्य बड़ों को भी चिंतन के लिए मजबूर करके दिशा देने वाला है। हर संकट एक दिन टल जाता है लेकिन सहायता के अभावों के कारण अगर कोई हृदय विदारक घटना घट जाती है तो हर धन सम्पदा निर्थक लगाने लगती है। इसलिए संकट की इस घड़ी आओ अपने देश की गौरव शाली संस्कृति को मजबूत रखते हुए हर जरूरत मंद का हर सम्भव सहयोग देकर उनके जीवन के मूल्य के समझें।